भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) इंडस्ट्री | Information Technology (IT) Industry in India

भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री इतिहास, राजस्व, बड़ी IT कंपनियां, प्रमुख IT हब और अधिक (Information Technology (IT) Industry History, Revenue, top indian IT company, Major IT hubs in India)

भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022 में भारत की GDP में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) क्षेत्र की हिस्सेदारी 7.4% है। भारत का IT और बिजनेस सर्विस मार्केट 2025 तक 19.93 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। मार्च 2022 तक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) क्षेत्र कुल मिलाकर 5 मिलियन लोगों को रोजगार देता है।

भारतीय IT इंडस्ट्री का इतिहास (Indian IT Industry History)

तीन दशक पहले यह कल्पना करना असंभव था, कि भारतीय कभी IT इंडस्ट्री को लीड करेंगे और टॉप 10 IT कंपनियों में से चार भारतीय कंपनियां निकलेगी। आज भारतीय संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों में टॉप IT कंपनियों में शीर्ष पदों पर हैं।

भारत में IT इंडस्ट्री सर्विस का जन्म 1967 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की स्थापना के साथ मुंबई में हुआ था। भारत और सेक्टर के बीच संबंध 1974 में शुरू हुआ, जब बरोज मेनफ्रेम निर्माताओं ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को अपने USA क्लाइंट के लिए सिस्टम सॉफ्टवेयर की स्थापना के लिए प्रोग्रामर एक्सपोर्ट करने की पेशकश की थी।

1970 के दशक में भारतीय IT सैक्टर को अन्य उद्योग की तरह सबसे अधिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा था। उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था को खोला नहीं गया था और यह राज्य-नियंत्रित थी। जिसने सॉफ्टवेयर उद्योग के विकास को काफी सुस्त बना दिया था। और उस समय भारत में इंपोर्ट शुल्क हार्डवेयर पर 135% और सॉफ्टवेयर पर 100% के लगभग था।

उसके बाद 1984 में IT इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले थे। जब राजीव गांधी प्रधान मंत्री बने और IT सैक्टर के प्रति सरकार के रवैये में बदलाव आया था। उनकी नई कंप्यूटर नीति (NCP-1984) ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर पर 60 फीसदी तक कम आयात शुल्क के पैकेज की पेशकश की थी।

अंतत: सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट्स को एक लाइसेंस रहित इंडस्ट्री की मान्यता मिल गई थी, जिससे वे बैंक फाइनेंस के लिए पात्र हो गए थे। विदेशी कंपनियों को अब स्वायत्त, एक्सपोर्ट-समर्पित यूनिट्स स्थापित करने की अनुमति थी। बाजार मूल्य से कम लागत पर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने के लिए सॉफ्टवेयर पार्कों की एक श्रृंखला स्थापित करने के लिए एक प्रोजेक्ट भी स्थापित किया गया था। इन पॉलिसी ने भारतीय IT इंडस्ट्री को वह बना दिया जो वर्तमान में है।

आज, भारतीय IT कंपनियों में Tata Consultancy Services (TCS), Wipro, Infosys, HCL, और कई अन्य शामिल हैं, जिन्हें दुनिया भर में वर्ल्ड क्लास सॉफ़्टवेयर सर्विसेज के प्रदाता के रूप में मान्यता प्राप्त है।

भारतीय IT & BPM राजस्व (Indian IT & BPM Revenue)

निर्यात राजस्वUS$178 बिलियन (वित्त वर्ष 2022)
घरेलू राजस्वUS$49 बिलियन (वित्त वर्ष 2022)
कुल राजस्वUS$227 बिलियन (वित्त वर्ष 2022)
IT सैक्टर में कर्मचारी (लगभग)50 लाख

भारत IT का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। IT-BPM इंडस्ट्री (ई-कॉमर्स को छोड़कर) का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2022 में $200 बिलियन के आंकड़े को पार कर $227 बिलियन तक पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2022 में भारत की GDP में IT सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग क्षेत्र की हिस्सेदारी 7.4% है।

भारतीय IT राजस्व एक दशक में सबसे तेजी से बढ़कर 227 अरब डॉलर हो गया, जो कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2021 में हुआ था।

राजस्व के आधार पर भारत की सबसे बड़ी भारतीय IT कंपनियां

यहां पर राजस्व के अनुसार 2022 में भारत की टॉप IT सर्विस कंपनियों (Largest Indian IT companies in India based on revenue) की लिस्ट नीचे दी गई है।

कंपनी नामराजस्व 2022 (रुपए करोड़ में)
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज1,95,770
इंफोसिस1,23,936
HCL टेक्नोलॉजीज85,665
विप्रो81,373
टेक महिंद्रा38,642
LTI माइंडट्री 15,669
माइंडट्री10,525

भारत के प्रमुख IT हब (Major IT hubs in India)

बैंगलोर (Bangalore)

बैंगलोर एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी हब है तथा भारत का सबसे बड़ा टेक हब है। वित्त वर्ष 2016-17 तक भारत से $45 बिलियन के कुल IT एक्सपोर्ट का 38% हिस्सा बंगलौर का था। बैंगलोर ने 73,000 नए रोजगार सृजित किए और 10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 30 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया है।

बैंगलोर को भारत की सिलिकॉन वैली के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह शहर टेक्नोलॉजी उद्यमियों का केंद्र है। इसके अलावा बैंगलोर को “भारत की स्टार्टअप कैपिटल” के रूप में भी जाना जाता है।

हैदराबाद (Hyderabad)

हैदराबाद HITEC शहर या साइबराबाद के लिए जाना जाता है। और यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा IT एक्सपोर्टर और एक प्रमुख ग्लोबल IT हब है। हैदराबाद सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट के मामले में देश के दूसरे सबसे बड़े शहर के रूप में उभरा है, जिसने चेन्नई और पुणे को पीछे छोड़ दिया है।

वित्त वर्ष 2022 तक हैदराबाद से IT एक्सपोर्ट ₹1,83,569 करोड़ था। हैदराबाद में 1500 IT और ITES कंपनियां हैं, जो 7 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करती हैं। तेलंगाना में स्टार्टअप की संख्या 2016 में 400 से बढ़कर 2022 में 2,000 हो गई थी। माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़ॅन, Google का USA के बाहर हैदराबाद में उनका सबसे बड़ा कैंपस है।

चेन्नई (Chennai)

2018 तक चेन्नई, बैंगलोर और हैदराबाद के बाद IT का भारत का तीसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। चेन्नई में TIDEL Park को एशिया के सबसे बड़े IT पार्क के रूप में बनाया गया था। चेन्नई में एक एक्सप्रेसवे है, जिसे IT एक्सप्रेसवे कहा जाता है और IT उद्योगों के लिए एक पसंदीदा स्थान है।

मुंबई (Mumbai)

मुंबई भारत की फाइनेंशियल कैपिटल है और भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी TCS का मुख्यालय है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, ओरेकल फाइनेंस सर्विसेज सॉफ्टवेयर और लार्सन एंड टुब्रो इंफोटेक जैसी महत्वपूर्ण IT कम्पनियां मुंबई में स्थित है।

कोलकाता (Kolkata)

कोलकाता पूर्वी भारत के प्रमुख और सबसे बड़े IT हब में से एक है। 2020 तक IT क्षेत्र 2,00,000 से अधिक लोगों को सीधे रोजगार देता है। इस शहर में सन माइक्रोसिस्टम्स, हनीवेल, एक्सेंचर और कॉग्निजेंट जैसी अंतर्राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के कार्यालय हैं। साल्ट लेक सिटी का सैटेलाइट टाउन शहर में IT का एक प्रसिद्ध सेंटर्स है।


इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) इंडस्ट्री के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

Q. भारत में आईटी उद्योग की वर्तमान स्थिति क्या है?
ANS: भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022 में भारत की GDP में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) क्षेत्र की हिस्सेदारी 7.4% है। मार्च 2022 तक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) क्षेत्र कुल मिलाकर 5 मिलियन लोगों को रोजगार देता है।
Q. भारतीय अर्थव्यवस्था में आईटी क्षेत्र की क्या भूमिका है?
ANS: वित्त वर्ष 2022 में भारत की GDP में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) क्षेत्र की हिस्सेदारी 7.4% है।
Q. भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी कौन सी है?
ANS: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज है।
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